बारसूर के मुचनार मे सरपंच द्वारा दिया जा रहा ,पढाई तुत्वर शिक्षा,
(जोगेश्वर नाग) बारसूर:- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते जहां देश मे लाकडाउन की स्थिती के चलते राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थाएं बंद करनी पड़ी ऐसी स्थिति में बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए बारसूर ,मुचनार के सरपंच रति राम व अंकेश नाग शिक्षक के रूप बच्चों को पढाई तुत्वर के माध्यम से मुचनार सरपंच स्वयं शिक्षक बनकर इस वर्ष घर बैठे बच्चों को पाठशाला मे शिक्षा की कोई कमी नहीं होने बात कही तुत्वर कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसमें जिले के शिक्षकों पालकों एवं बच्चों को व्हाट्सएप, टेलीग्राम और गूगल फार्म के द्वारा विषय आधारित सामान्य ज्ञान की जानकारी देते हुए प्रदत्त कार्य दिया जाता है l
बारसूर,मुचनार मे पढाई तुत्वर मोहल्ला समूह के रूप मे मुचनार सरपंच रतिराम के अनुसार बच्चे लाकडाउन का पालन करते हुए सीखने सिखाने की प्रक्रिया मे हमसे जुड़े हुए हैं,और जो हमें नहीं आती वह हम मोबाईल फोन के माध्यम से शिक्षकों से चर्चा कर समय-समय पर बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करते हुए हम उनके संज्ञानात्मक और सहसंज्ञानात्मक, रचनात्मक क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए घर में रहकर पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा कर बच्चों को कभी -कभी उनके भाषा बोली हल्बी ,गोडी के माध्यम से पढ़ाई से संबंधित विषय आधारित जानकारी और गृह कार्य दिया जाता है जिसे बच्चे घर पर ही पूर्ण करते हैं और अपना गृह कार्य को पूरा कर हमें मोबाइल में संदेश के माध्यम से व्हाट्सएप ग्रुप में साझा करते हैं। इस प्रकार बच्चे हमसे ऑफलाइन और ऑनलाइन इस 'पढाई तुत्वर ,कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं।
बच्चे हमेशा मोबाइल से ना जुड़े रहे इसका ध्यान रखते हुए गतिविधि को पूरा करने के लिए मुचनार स्थानीय युवाओं द्वारा दो, तीन दिन का समय भी दिया जाता है। गांव के प्रत्येक बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे रखने के लिए ,प्रदत्त कार्य के माध्यम से बच्चों को नैतिक शिक्षा, पर्यावरण जागरूकता ,बेजुबान पशु पक्षियों के लिए गर्मी में दाने पानी की व्यवस्था, शारीरिक व्यायाम, योगासन, स्थानीय खेल गतिविधियां, सामग्री से रंगोली, चित्रकारी, मिट्टी के पुतला ,बर्तन , नहाने ,एव रहने का कार्य, पतंग बनाने संबंधी गतिविधि व शिक्षा दिया जाता हैं।
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