ग्राम-नरेटीटोला में जी.पी.एस.मशीन के माध्यम से गांव के पारंपरिक सीमा का सीमांकन


(गैंदलाल मरकाम):- आज दिनांक-30/06/2020 दिन-मंगलवार को ग्राम-नरेटीटोला,वि.खं.- दुर्गुकोंदल,जिला-उत्तर बस्तर कांकेर छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी(वन अधिकारों की मान्यता)अधिनियम 2006
तथा अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों वन अधिकारों की मान्यता) नियम 2007
यथा संशोधित नियम 2012 के तहत गांव के पारंपरिक सीमा का सीमांकन गांव में बिजलिंग होने के वजह से जी.पी.एस. मशीन के माध्यम से किया गया, जिसमें गांव के गायता श्री-विजय नरेटी,पटेल-सोमारू नरेटी,वन अधिकार समिति अध्यक्ष-पीलुराम पोटाई,वन अधिकार समिति सचिव-देवेन्द्र सिन्हा,राजेश गोटा,अमृत सिन्हा,संजू राना,भूनेश मंडावी,मनोज वट्टी,मुकेश नरेटी,संजू नेताम,प्रमोद नरेटी,योगेश नरेटी, अन्नंतुराम पद्दा,हरी मंडावी,जगत सिन्हा, हरसिंह मंडावी,कृष्ण पोटाई,विमल मंडावी,सोनू तुलावी,राजेश उयके, जगदेर सलाम,सुकलू नरेटी,ईश्वर सिन्हा,रामप्रसाद मंडावी,रामदयाल सिन्हा, सोनसाय नरेटी,वन विभाग के कर्मचारी रायसिंह कावड़े,डिप्टी- पूरन सिंह बघेल, सीमावर्ती गांव के गायता,पटेल व समस्त ग्रामीणजन उपस्थित थे...!!

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